Sunday, January 30, 2011

शादी करने वाले रहते हैं ज्यादा फिट


अगर आप किसी से प्यार करते हैं और हमेशा फिट रहना चाहते हैं तो जल्दी से अपने प्यार का इजहार कर शादी की तैयारी कर लें। क्योंकि वैज्ञानिकों
का कहना है कि शादीशुदा कपल सिंगल लोगों की तुलना में ज्यादा फिट रहते हैं।

यूके की कार्डिफ यूनिवर्सिटी की इस रिसर्च के मुताबिक शादीशुदा आदमी जहां फिजिकली फिट रहते हैं वहीं शादीशुदा महिलाएं दिमागी तौर पर संतुष्ट रहती हैं और समय के साथ आपका ये हेल्थ पैकेज बढ़ता ही जाता हैं।

रिसर्च की मानें तो शादीशुदा पुरूषों के फिजिकली फिट रहने का राज है उनकी बीवीयां, जो उनके हेल्दी लाइफ स्टाइल के लिए जिम्मेदार होती हैं। वहीं औरतों के बारे में बात करें तो शादी के बाद वो अपनी मैरिड लाइफ में अपनी वैल्यू समझती हैं जिससे वो इमोशनली फिट रहने लगती हैं। डेविड ग्लेचर और जॉन ग्लेचर की इस स्टडी में कहा गया है कि प्यार एक समुद्री खोज की तरह है जिससे इंसान पूरी तरह रोमांस में भीग जाता है और आपको एक दूसरे के और करीब लाता है।

स्टडी के अनुसार क्योंकि शादी में दो इंसान एक दूसरे के साथ रहते हैं, कमिटमेंट करते हैं और काफी लंबा रिश्ता शेयर करते हैं और यही वजह है कि ऐसे जोड़े ज्यादा फिजिकली और मेंटली फिट रहते हैं।

फिजिकली हेल्थ की बात की जाए तो शादीशुदा पुरूष महिलाओं से ज्यादा भागयशाली होते हैं वहीं अगर मेंटल हेल्थ की बात की जाए तो शादीशुदा महिलाएं पुरुषों से ज्यादा फिट रहती हैं। शादी के बाद पार्टनर का आपके लाइफ स्टाइल को लेकर पॉजिटिव रहना आपके लिए एक हेल्थ प्रीमियम है। वहीं रिश्ते में हस्बंड के द्वारा अपनी वाइफ को ज्यादा महत्व देना उनके लिए मेंटल बोनस साबित हो सकता है।

लेखक के अनुभवों के आधार पर टीनएजर्स में रोमांस उन्हें डिप्रेशन की ओर ले जाता है और आगे चलकर उनके सेहत पर बुरा असर पड़ता है । जबकि टीन ऐज के बाद प्यार में इस तरह की कोई भी परेशानी पेश नहीं आती है।

इसलिए समर्पित प्यार के लिए मेच्योरिटी बहुत जरुरी है। इस लिहाज से महिलाओं में रिलेशनशिप के लिए सही उम्र 19 से 25 साल के बीच होनी चाहिए तो वही पुरुषों के लिए 25 के बाद ही ऐसे रिलेशनशिप को तरजीह देना चाहिए।

लेखक के अनुसार तनाव भरे संबंध से कही अच्छा है कि आप अकेले रहें। संबंधों में अलगाव काफी तकलीफदेह होता है पर पुरुषों के मुकाबले महिलाओं पर इसका कम ही असर पड़ता है।क्योकि उनके साथ अच्छा सोशल नेटवर्क होता है। संबंधों के असफल होने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।

Saturday, January 22, 2011

पेट बाहर निकल रहा है



मेरी उम्र 23 साल और हाइट 5 फीट 3 इंच है। मेरा पेट बाहर निकल रहा है। मैं अपनी टमी को कंट्रोल करना चाहती हूं। कोई ऐसी एक्सर्साइज बता दीजिए, जिससे मैं घर ही टमी कंट्रोल कर सकूं, क्योंकि मैं जिम नहीं जा सकती। साथ ही डाइट कंट्रोल के बारे में भी बता दीजिए?

टमी कंट्रोल करने के लिए आपको कुछ कार्डियो एक्सर्साइज जैसे साइकिलिंग, ट्रेडमिल, क्रॉस ट्रेनिंग करनी होगी। हालांकि इससे पहले वॉर्म अप के लिए आपको हलकी-फुलकी एक्सर्साइज करनी होगी। मसलन आप 15 से 20 मिनट रस्सी कूद सकती हैं। इसके बाद आप पेट की एक्सर्साइज शुरू कर सकती हैं। ध्यान रखें कि हर सेट के बाद कुछ सेकंड का ब्रेक जरूर लें।

लेगरीज: 8 से 12 बार (3 सेट)
अब्डॉमिनल क्रंचेज: 8 से 12 बार (3 सेट)
साइड कर्ल्स : 8 से 12 बार (3 सेट)

लेगरीज: कमर के बल सीधे लेटकर अपने दोनों पैरों को 90 डिग्री पर सीधा उठाइए और उसके बाद उन्हें वापस जमीन तक ले जाइए। ध्यान रहे कि इस दौरान आपके पैर जमीन को टच नहीं करें और आप उन्हें दोबारा ऊपर उठा लें। इस तरह अपनी कपैसिटी के मुताबिक 8 से 12 बार करें।

अब्डॉमिनल क्रंचेज: जमीन पर कम के बल सीधे लेटें और अपने दोनों पैरों को कैंची की तरह मोड़ लें। उसके बाद अपने दोनों हाथों को सिर के पीछे ले जाएं। हाथों के सपोर्ट से बॉडी को ऊपर उठाएं और दोनों कुहनियों को घुटनों से टच करें। कोहनी को घुटनों से टच करते वक्त सांस खींचें और वापस आते वक्त सांस छोड़ें। ऐसा 8 से 12 बार करें।

अगर आप अपनी टमी के फैट से परेशान हैं तो इससे निजात पाना भी आसान है। बैली डांस आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। इससे आप 1 घंटे में करीब 300 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं। जानते हैं इस डांस के बारे में :

टमी को फिट रखने के लिए आजकल बैली डांस काफी पॉपुलर हो रहा है। इस डांस के दौरान टमी कई डायरेक्शन में मूव करती है, जिससे फैट कम होने में आसानी मिलती है। पहले, यह डांस केवल प्रफेशनल लोगों तक ही सीमित था लेकिन अब फिटनेस बनाए रखने के लिए लोग इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। दरअसल, बैली डांस एक कार्डियो वसक्युलर एक्सरसाइज है। अगर आप इसकी रोजाना एक घंटे प्रैक्टिस करते हैं, तो 200 से लेकर 300 कैलरीज तक बर्न कर सकते हैं। लेकिन हां, तब यह ज्यादा असरदार होगा, जब इसके साथ बैलेंस डाइट अपनाकर चलें।

रखें इन बातों का ध्यान
- डांस शुरू करने से पहले रिसर्च कर लें और तरीकों को अच्छी तरह समझ लें।
- ये डांस आप ट्रेनर से भी सीख सकते हैं जो शुरुआत में आपके लिए बेहतर होगा।
- अपने रूटीन में बिना किया आलस के इसके लिए समय तय करना ठीक होगा।
- डांस शुरू करने से पहले हल्का फुल्का कुछ खा लें। दरअसल, इस डांस को करने के लिए बेहद एनर्जी की जरूरत होती है, इसलिए अगर आप कुछ खा पी लेंगे, तो लंबे समय तक इसे कर पाएंगे।
- डांस की शुरुआत स्लो रखें। एक बार मसल्स लचीली हो जाएं, तो उसके बाद इसे स्पीड में कर सकते हैं।
- अपने आर्म्स व लेग को मूव करते रहें और अपने पांवों को जमीन से ऊपर की तरफ अधिक से अधिक उठाएं।
- लगातार प्रैक्टिस से आप कुछ ही दिन में इसमें परफेक्ट हो जाते हैं। क्लास खत्म होने के बाद भी इसकी प्रैक्टिस करते रहें।
- शीशे के सामने डांस करने से यह पता चल पाएगा कि आप इस दौरान कितने फ्लैक्सिबल हो पा रहे हैं।
- केवल एक्सरसाइज करने से ही कुछ नहीं होने वाला। इसके साथ न्यूट्रिशस डाइट भी लें।
- अपने वेट और मसल्स फैट को चेक करते रहें। अगर लगता है आप शेप में हैं , तब आपको अपने मसल्स फैट को देखकर उसे टोन करवाना जरूरी है।