हमने शादी की थी
हमने शादी की थी
सोचा था कि जब हमारे बच्चे हो जाएंगे
तो हम उन्हें गोद में खिलाएंगे
पीठ पर चढाएंगे
अपने पर मुत्ती कराएंगे
उन्हें गीत-कहानियां सुनाएंगे
कभी हम उन्हें डराएंगे कभी व हमें डराएंगे
फिर वे बडे और बडे होते जाएंगे
फिर वे हमारे मां-बाप जैसे हो जाएंगे
और हम उनके बच्चे जैसे कभी वे
कभी हम याद करके अपना बचपन कभी हंसने और कभी उदास होने लग जाएंगे
कभी हम उन्हें समझाएंगे जब वे काम पर जाएंगे
तो हमसे कह जाएंगे ये यहां रखा है और वो वहां ठीक से रहना
भूख लगे तो खाना गरम कर लेना हमें देर हो जाए तो घबराना मत
दवाई टाईम पर ले लेना और जरूरी हो तो हमें फोन कर लेना
और जब वे शाम को आएंगे हमें अच्छे बच्चे की तरह पाएंगे
तो उस तरह खुश हो जाएंगे जैसे हम कभी हो जाते थे
वे बाजार से लाई कोई चीज हमें खिलाएंगे
पूछेंगे कैसी है जब हम बेमन कहेंगे कि अच्छी है
तो कभी कुछ नहीं कहेंगे
कभी हमारा चेहरा देख मुस्कुराएंगे कहेंगे
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